‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट’ से पूर्वोत्तर राज्यों की तरक्की को मिलेगा नया रास्ता : इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स
‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट’ से पूर्वोत्तर राज्यों की तरक्की को मिलेगा नया रास्ता : इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स

6’राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट’ के जरिए पूर्वोत्तर भारत की विकास क्षमता को अनलाॅक करने की बड़ी उम्मीद जताई जा रही है। इंडस्ट्री के नेताओं का कहना है कि इस समिट से क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा और यहां के प्राकृतिक संसाधनों और युवाओं की स्किल का बेहतर इस्तेमाल होगा। पावर गिल्ट ट्रेजरीज के निदेशक विनीत नाहटा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की नीतियों की वजह से अब पूर्वोत्तर राज्यों में विकास की नई संभावनाएं खुल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह समिट पूर्वोत्तर के प्राकृतिक संसाधनों और लोगों की क्षमता को सही दिशा में उपयोग करने का एक प्लेटफॉर्म है। त्रिपुरा के शाही परिवार के उत्तराधिकारी और टिपरा मोथा पार्टी के प्रमुख प्रद्योत माणिक्य ने कहा कि अगर पूर्वोत्तर को उसकी क्षमता के अनुसार 50% भी विकसित किया जाए, तो यह क्षेत्र न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया के लिए एक बड़ा आर्थिक केंद्र बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश ने हाल ही में बयान दिया कि पूर्वोत्तर भारत समुद्री मांगों के लिए उस पर निर्भर है, लेकिन यह समिट ऐसे बयानों का जवाब है और यह दिखाता है कि अब पूरा देश इस क्षेत्र में निवेश के लिए तैयार है।
प्रद्योत ने आगे कहा कि जहां पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देश विकास की दौड़ में पीछे हैं, वहीं मलेशिया, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देशों ने पूर्वी एशिया में बड़ी प्रगति की है। ऐसे में अगर भारत पूर्वोत्तर पर फोकस बनाए रखे, तो यहां भी बड़ा बदलाव संभव है। नॉर्थईस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार और सभी आठ नॉर्थईस्ट राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सहयोग से इस क्षेत्र में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी पर खास ध्यान दिया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में यहां तेज़ विकास देखने को मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को इस समिट का उद्घाटन किया और नॉर्थईस्ट को ‘भारत का डिजिटल गेटवे’ बताया। उन्होंने बताया कि बीते 10 वर्षों में नॉर्थईस्ट के शिक्षा सिस्टम में 21,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। अब तक 850 नए स्कूलों और 9 नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण हुआ है। इसके अलावा मिजोरम में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का नया कैंपस और लगभग 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट बनाए गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर को भारत का विविधता से भरपूर हिस्सा बताया और कहा कि भारत दुनिया के सामने एक डायवर्स देश की पहचान बना रहा है, जिसमें नॉर्थईस्ट की विविधता बहुत अहम है-चाहे वह ट्रेड हो, ट्रेडिशन, टेक्सटाइल हो या टूरिज्म। उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में पूर्वी भारत, खासतौर पर नॉर्थईस्ट का विकास बहुत जरूरी है।-(IANS)