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सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने रूसी सांसदों से की मुलाकात,आतंक के खिलाफ एकजुटता का संदेश

सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने रूसी सांसदों से की मुलाकात,आतंक के खिलाफ एकजुटता का संदेश

भारत की ओर से एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल इस समय रूस के दौरे पर है। इस बीच आज शुक्रवार को प्रतिनिधिमंडल ने रूस की संसद (फेडरेशन काउंसिल) में अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के प्रथम उपाध्यक्ष आंद्रेई डेनिसोव और अन्य रूसी सांसदों से मुलाकात की। बता दें कि प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डीएमके सांसद कनिमोझी कर रही हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत और एकजुट रुख को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना और रूस जैसे रणनीतिक साझेदार से सहयोग को और मजबूत बनाना है। भारत के दूतावास ने इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आतंकवाद के खिलाफ एकजुट!” और बैठक की तस्वीरें साझा कीं।

वहीं प्रतिनिधिमंडल की मॉस्को यात्रा की शुरुआत भारतीय राजदूत विनय कुमार के स्वागत से हुई, जिन्होंने प्रतिनिधियों को भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों की जानकारी दी। इस प्रतिनिधिमंडल में देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता जैसे- समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय, नेशनल कांफ्रेंस के मियां अल्ताफ अहमद, बीजेपी के कैप्टन बृजेश चौकट, आरजेडी के प्रेमचंद गुप्ता, आम आदमी पार्टी के अशोक कुमार मित्तल, एनसीपी के जावेद अशरफ और पूर्व राजदूत मंजीव सिंह पुरी शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल न सिर्फ भारत की एकता को दर्शाता है बल्कि आतंकवाद के मुद्दे पर साझा राष्ट्रीय दृष्टिकोण को भी विश्व के सामने प्रस्तुत करता है।

इससे पहले सांसद कनिमोझी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हाल ही में भारत में हुए आतंकवादी हमलों में 26 लोगों की मौत के बाद यह फैसला लिया गया कि सभी दलों के सांसदों को भेजकर आतंक के खिलाफ दुनिया को संदेश दिया जाए। उन्होंने कहा, “रूस हमारा रणनीतिक साझेदार रहा है। जब भारत बार-बार आतंकी हमलों का सामना कर रहा है, तब रूस जैसे देश से संवाद करना बेहद जरूरी हो गया है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह दौरा केवल रूस तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रतिनिधिमंडल स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया और स्पेन भी जाएगा, ताकि भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति और वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष रखा जा सके।

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